दिल के पास


दिल के पास हैं जो
उनकी शरीर से दूरी
का अहसास इतना नहीं सताता
जितना दिल के दूर
रहने वाले का पास होने पर डराता
राह पर चलते हुए कई हमसफर मिलते
पर सभी मन के मीत नही बनते
हर कोई अपनी मंजिल आते ही
अपना साथ छोड जाता
जो हमारे दिल को दे सुकून
उसे हम याद रखते
जिसे हम दे तसल्ली
वही हमें अपनी यादों का हिस्सा बनाता

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टिप्पणियाँ

  • parul k  On अक्टूबर 14, 2007 at 14:46

    अच्छी और सच्ची बात्, सुदंर पंक्तियां………

  • Sharma ,Amit  On अक्टूबर 13, 2007 at 00:01

    बहुत सुंदर !!!

  • Rachna Singh  On अक्टूबर 12, 2007 at 23:51

    दिल के पास हैं जोउनकी शरीर से दूरीका अहसास इतना नहीं सताताआप की इन लाइनो को चुरा कर अप्ने ब्लोग पर सजाने का मन हुआ . बहुत सुन्दर

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